NFT: NON FUNGIBLE TOKENS, crypto currency का नया बाजार
दोस्तों जब एलोन मस्क के एक ट्वीट के बाद क्रिप्टोकरंसी ने आसमान को छू लिया था और उस समय जिसके पास bitcoin जैसी क्रिप्टोकरंसी थी, वह रातो रात अमीर बन गया था । Elon Musk ने जब ट्विटर पर एक ट्वीट किया तो बिटकॉइन आसमान की बुलंदियों को छूने लगा था, और जिन लोगों के पास बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी थी, वह रातों-रात लखपति से करोड़पति बन गए थे । दोस्तों क्रिप्टो करेंसी के बाजार में एक नया Term आया है जिसे हम एनएफटी (NFT) मतलब नॉन पंजीबन टोकेंस (non fungible tokens) कहते हैं.दोस्तों क्या है यह NFT ( non-fungible tokens), आज जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे और आपके सारे डाउट मक्खन कर देंगे ।
क्या है NFT (non fungible technology)
Non-Fungible का बेसिक मीनिंग होता है unique जिसे replace नहीं किया जा सकता। जैसे कि बिटकॉइन होता है वो fungible होता है यानी कि बिटकॉइन तुम्हारा हो, मेरा हो या किसी और का, सब के सब same हैं और replacable हैं, कुछ भी यूनिक नहीं है. पर जो NFT की बात हम कर रहे हैं वो unique आर्ट के लिए है.
अब चलते हैं आगे एक example के साथ. दोस्तों अगर हम आपको आसान भाषा में समझाएं तो जब आप कोई कलाकारी (art) करते हो और जब लोग उस कलाकारी को देखते हैं. और अगर जो आपके द्वारा बनाई गई है आर्ट है तो हो सकता है कि उस कलाकारी में कुछ ऐसा interesting, अमेजिंग या attractive सा कुछ दिखे । अब आप अपनी आर्ट को डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट कर देते हैं जैसे कोई यूनिक और स्पेशल वीडियो, फोटो या डॉक्यूमेंट। और अगर ये जगह जगह कॉपी होता रहे तो आपकी आर्ट की कोई वैल्यू नहीं रहगे क्यूंकि इसकी लाखो copies में नहीं पता की कौन सी कॉपी ओरिजिनल है और कौन सी वो कॉपी है जो आपने बनायीं है. इसी का सोल्युशन प्रोवाइड करने के लिए NFT पिक्चर में आती है. इसमें आपकी डिजिटल asset (फोटो, वीडियो, म्यूजिक, डॉक्यूमेंट etc ) के साथ एक NFT token अटैच कर दिया जाता है, जो कि कॉपी होने पर ट्रैक होता रहता है और इसकी हज़ारो, लाखो कॉपी होने के बावजूद एक्चुअल owner पर ट्रेस होता है.
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जैसे की मोनालिसा की ओरिजिनल पिक्चर करोडो की हो सकती है और में उसकी कॉपी 50 Rs में भी बिक सकती है. पर वैल्यू ओरिजिनल की ही है. आर्टिस्ट लोगो specially वो लोग डिजिटल कंटेंट बनाते हैं उनके लिए ये टेक्नोलॉजी वरदान साबित हुई है.
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NFT(non fungible token) के फायदे
- • इसको खरीदना और बेचना आसान होता है.
- • इससे छिपे हुए कलाकारों का हुनर बाहर आता है.
- • इसमें वैलिड सर्टिफिकेट की वजह से इसको कॉपी करना मुश्किल होता है.
- • कलाकारों को कम खर्च में अधिक फायदा होता है.
कहाँ से आया NFT ?
बड़े-बड़े सेलिब्रिटी से लेकर सभी लोगों का पसंदीदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और उसके सीईओ(CEO) है JACK DORSEY (जैक डोर्से) जो कि ट्विटर के सीईओ है, उन्होंने जब अपना लेटेस्ट ट्वीट का डिजिटल वर्जन (DIGITAL VERSION) NFT (NON- FUNGIBLE TOKENS) के रूप में बेचा तो ट्विटर पर आग लग गई. आग लगने से हमारा मतलब ट्विटर पर आग नहीं लगी बल्कि क्रिप्टो करेंसी (all crypto currency involved) के बाजार में एक नई आग फैल गई, लोगों को इसमें दिलचस्पी बढ़ गई, और उस ट्वीट की कीमत लोगों ने 3 करोड रुपए लगा दी . तो दोस्तों क्या था उस tweet (Jack dorsey’s tweet) में जिसकी कीमत ₹300,000,00 (three crore) लगाई गई .
जैक डार्सी के ट्वीट का सच
दोस्तों आपने सोच रहे होंगे कि एक ट्वीट से कोई इतने पैसे कैसे कमा सकता है, क्योंकि ट्विटर पर ना जाने कितने करोड़ लोग ट्वीट रोज होते हैं और अगर सभी ट्वीट के पैसे इतने इतने लगाए जाने लगे तो क्या होगा और क्या जैक डोरसे (CEO) की ट्वीट की बोली इतनी ही लगाई जाती है. दरअसल जब जैक डोरसे ने अपना 15 साल पुराना ट्वीट एनएफटी (NON- FUNGIBLE TOKENS) के रूप में रिप्रेजेंट किया तो लोगों को वो एकदम अनोखा लगा.
और डिजिटल दुनिया के जाने-माने लोग जिन्हें हम डिजिटल वर्ल्ड (digital world) के शहंशाह कह सकते हैं जब उन्होंने इसे एनएफटी के अंतर्गत रखा तो लोगों ने इस ट्वीट को खरीदने की लाइन लगा दी और इस ट्वीट की कीमत ₹300,000,00 लगाई गई थी.
कैसे मिलता है NFT (Non fungible tokens) का certificate
दोस्तों जब आप कोई कलाकारी (film making,writing,painting etc.) करते हैं और डिजिटल दुनिया के शहंशाह यानी कि बादशाहो द्वारा उसको डिजिटलाइज्ड (Digitalizated) कर दिया जाता है तो आपको ओनरशिप (ownership ) का वैलिड सर्टिफिकेट (valid certificate) मिलता है.
सर्टिफिकेट(valid certificate) का मतलब यह है कि आप की जो कलाकारी है उसके सारे अधिकार अब आपके पास सुरक्षित हैं मतलब यह एक यूट्यूब पर कॉपीराइट की तरह ही है जैसे आप कोई यूट्यूब पर वीडियो डालते हैं और वह किसी वीडियो से रिलेटेड होता है, तो उस पर कॉपीराइट(copyright) आ जाता है, तो उसी प्रकार जब आपको ही कलाकारी करते हैं, और उसको डिजिटलाइज(digitized) करने के बाद आपको ओनरशिप का valid certificate दे दिया जाता है, तो उस कलाकारी के सारे अधिकार(rights) आपके पास आ जाते हैं
इंडिया मे पहुँच बनाता NFT (NON- FUNGIBLE TOKENS)
दोस्तों एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) के चाहने वाले विदेश में ही नहीं बल्कि इंडिया में भी है, और हद तो तब हो गयी जब एक भारतीय ने एक पेंटिंग को 69.3 million-dollar में खरीदा . दोस्तों विग्नेश सुदर्शन नाम के भारतीय व्यक्ति जो सिंगापुर में रहते हैं, विग्नेश सुदर्शन ब्लॉकचेन का बिजनेस करते हैं उन्होंने माइक विंकलमन की पेंटिंग को 69.3 million-dollar में खरीदा तो उन्होंने भी सुर्खियां बटोर ली. माइक विंकलमन की पेंटिंग् 69.3 million dollar मैं इसीलिए बेची गई क्योंकि इस पेंटिंग को एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) के तौर पर प्रस्तुत किया गया था और इस पेंटिंग का नाम बीपल था .
दोस्तों हर चीज को किसी ना किसी रूप में बेचा या खरीदा जाता है और एनएफटी को भी क्रिप्टो टोकन के रूप में बेचा और खरीदा जाता है तो क्या होता है क्रिप्टो टोकन आओ समझते हैं .
Crypto tokens को कैसे समझ सकते है
दोस्तों आपको याद ही होगा कि जब एलोन मस्क (elon musk-founder of SpaceX) ने ट्विटर पर ट्वीट किया था तो इकोनामी(economy) और डिजिटल दुनिया में एक अलग ही क्रांति(revolution) आ गई थी | लोगों का इंटरेस्ट क्रिप्टो बाजार में इतना बढ़ गया था कि बच्चे बच्चे की जुबान पर इसका नाम था, और फिर आ गया हमारा Non fungible tokens (NFT). दोस्तों अभी तक हमने एनएफटी के बारे में बहुत सारी बातें की और अब है आपको बताने का की Crypto tokens क्या होता है
दोस्तों NFT(non fungible tokens) बिटकॉइन की तरह ही क्रिप्टो कॉइन है और इन्ही टोकंस के थ्रू डिजिटल आर्ट्स को खरीदा और बेचा जाता है. कलाकारों की दुनिया में रिवॉल्यूशन आ गया है, उदहारण के तौर पर पहले कलाकारों को अपनी कलाकृति आर्ट गैलरी में बेचना पड़ता था जो बहुत ही मुश्किल होता था और ऑडियंस तक रीच काफी काम थी. लेकिन एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) आ जाने से जो छुपा हुआ टैलेंट था वह बाहर आने लगा है और धीरे-धीरे एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) पूरी दुनिया में फैल रहा है और जितने भी हमारे कलाकार हैं वह चाहे किसी भी फील्ड से रिलेटे करते हो उनको भी सामने आने का मौका मिलेगा और हमें पूरी आशा है कि आने वाले समय में NFT (NON- FUNGIBLE TOKENS) को सभी लोग अपना लेंगे जिनको इसके बारे में ज्ञान अधूरा है
Crypto tokens क्या है ?
दोस्तों NFT(non fungible tokens) बिटकॉइन की तरह ही क्रिप्टो कॉइन है और इन्ही टोकंस के थ्रू डिजिटल आर्ट्स को खरीदा और बेचा जाता है. जब से एनएफटी (NON- FUNGIBLE TOKENS) आया है तब से कलाकारों की दुनिया में रिवॉल्यूशन आ गया है, एक्चुअली पहले कलाकारों को अपनी कलाकृति आर्ट गैलरी में बेचना पड़ता था बहुत ही मुश्किल होता था और ऑडियंस तक रीच काफी काम थी. लेकिन एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) आ जाने से जो छुपा हुआ टैलेंट था वह बाहर आने लगा है और धीरे-धीरे एनएफटी(NON- FUNGIBLE TOKENS) पूरी दुनिया में फैल जाएगा और जितने भी हमारे कलाकार हैं वह चाहे किसी भी फील्ड से रिलेटे करते हो उनको भी सामने आने का मौका मिलेगा और हमें पूरी
आशा है कि आने वाले समय में NFT (NON- FUNGIBLE TOKENS) को सभी लोग अपना लेंगे जिनको इसके बारे में ज्ञान अधूरा है.