IOT & Arduino | आई ओ टी और एरडूइनो

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आखिर है क्या ये IOT

हैलो दोस्तों, तो पिछली बार हमने dht sensor के बारे में जाना. इस article में हम डायरेक्ट arduino की बात नहीं करेंगे परन्तु इस era की सबसे बड़ी चीज IoT (Internet of Things) की बात करेंगे. हम सब आजकल हर जगह पर IoT का नाम सुनते है, पर यह है क्या; क्या यह कोई गैजेट है, या फिर कोई इंसान या फिर कोई मशीन. अगर नाम से मतलब निकले तो IoT का मतलब है “वस्तुओ का अंतरजाल”. हमे internet के बारे में तो पता है कि कैसे हम दूसरे लोगो से कितनी आसानी से मिल पाते है. Internet से हमारा कितना काम आसान और तेज़ हो गया. अब हमे कोई information पाने के लिए books के pages नहीं घूमने पड़ते, कोई letter के लिए 2-3 दिन wait नहीं करना पड़ता. social media, information, entertainement, सब कितना आसान हो गया है internet की वजह से. यह internet और fast technology ही है जिससे आप फ़ोन में ही कितना सारा काम कर लेते है और computer खोलना भी नहीं पड़ता.

क्या कर सकते हैं IOT से?

अब internet से हमारी life आसन तो हो गई लेकिन क्या हम अपनी machine, factory, घर या किसी भी वास्तु को internet से connect करके उसकी कार्यक्षमता बढ़ा सकते है की नहीं. जी बिलकुल, IoT से हम यह कर सकते है. हम internet से घर का bulb control करने से लेकर के factory की production line supervision सब कुछ IoT से कर सकते है.

अब एक सवाल, क्या हम IoT को रोजमर्दा की ज़िन्दगी में देखते है? बेशक जरा इन devices पर नजर डालिए,

    • smart watch,
    • fitness band,
    • Amazon Alexa,
  • Google Home,

यह सब IoT किही देन है. IoT नाम सबसे पहले 1999 में Kevin Aston ने इस्तमाल किया था. उन्होंने RFID technology की बात करते हुए कहा था की RFID tags को use करके किसी भी वास्तु को Track कर पाएंगे. दोस्तों इस article में हम RFID (Radio Frequency Identification) के बारे में नहीं समझेंगे, लेकिन आगे RFID  पर article जरुर लिखूंगा. Pinky Promise :). हालाँकि दोस्तों आपने RFID tags काफी जगह पर देखा भी होगा. जेसे मॉल में कपड़ो में, एक्सप्रेस हाईवे में टोल बूथ के पास. इस हिसाब से देखा जाए तो Kevin Aston गलत नहीं थे.

IoT काम कैसे करता है?

सबसे पहले रूट लेवल पर होते हैं IoT sensors. जिनकी मदद से हम data कलेक्ट करेंगे. अब sensor को हम wireless communication से server से connect करेंगे. इसका मतलब हम sensor से एक embedded system बनायेंगे जिसमे यह सारी क्षमता हो. इस sensor device को IoT की दुनिया में sensor node कहते है. IoT नेटवर्क एसे अनेक sensor node से बनता है. यह nodes, IoT gateway के माध्यम से data cloud या server पर पहुचाते है. Server और cloud पर यह data process होता है.

Example of IOT system
Example of IOT system; Image courtesy: Tech Target

IoT की एप्लीकेशन

IoT को आप हर जगह पाते है. कुछ IoT के Applications है:

  • Smart home
  • Wearable
  • Smart City
  • Industrial Automation
  • Connected Cars
  • Healthcare
  • Smart Agriculture
  • Smart Supply Chain
  • IOT applications

हम भविष्य में IoT के बिना जीवन सोच भी नहीं सकते. क्युकी IoT को अगर extend करे और आने वाले समय में इसकी परिकल्पना करे, तो इसी technology में A.I., मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, का समावेश होता है.

फ्यूचर ऑफ़ IoT

अभी तक अंदाजित 23 billion DEVICES IoT से कनेक्टेड है और एसा अनुमान लगया जा रहा है की २०२० तक 35 billion devices IoT platform पे होंगे. आप सीधा गणित लगाये तो पाएंगे के IoT का future कितना उज्ज्वल है. स्मार्ट watch, स्मार्ट कार, स्मार्ट होम, स्मार्ट फ़ोन से लेकर स्मार्ट clothing भी जल्द ही IoT की वजह से देखने को मिलेगा.

तो दोस्तों आपको इस article को पढने के बाद एसा पता तो चल की गया होगा की आने वाला समय केसा होगा. तो दोस्तों हम अगले article से सिर्फ Arduino ही नहीं बल्कि IoT की दुनिया में भी सफ़र शुरू करेंगे.  तब तक के लिए गुड लक लर्निंग Arduino !!!



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