फिंगरप्रिंट सेंसिंग क्या है ? टाइप्स, वर्किंग और फ्यूचर

2
667

एक बार फिर से आपका स्वागत है और आज हम एक ऐसी चीज़ के बारे में बात करने वाले है जो की 5-6 साल पहले बहुत ही बड़ी बात हुआ करती थी. लेकिन आज दिन में कितनी ही बार आप इस technology का इस्तेमाल करते हैं. तो इस चीज़ का नाम है fingerprint scanning, जो आजकल लगभग हर इंसान के phone में होता है. देखने में तो बड़ा सिंपल सा है की फिंगर टच करो और आपका फोन खुल जा सिम सिम की तरह आपके लिए खुल जायेगा. पर इसकी डिटेल्स में जाए तो आप जानेंगे कि इसमें काफी complex technology का प्रयोग होता है.  आज के समय में फ़ोन में उसी साइज़ में ज्यादा से ज्यादा चीजे incorporate करनी पड़ती हैं तो इन्हें छोटी जगह पर लगाना पड़ता है इसलिए ये technology और ज्यादा complex  हो जाती है.

मेरा फ़ोन मेरी फिंगर

तो पहले जान लेते है की यह आपकी finger को पहचानता कैसे है. आप के हाथ की finger में कुछ रेखाए होती है. जिन्हें ध्यान से देखने पर आपको पता लगेगा की आपकी उंगली पर कुछ दबे और कुछ उभरे भाग है जिन्हें English में ridges  और valleys कहते है. जब आप कभी भी अपनी उंगली को sensor पर रखते है. तो वह इन्ही के आधार पर आपके fingerprints की रचना करता है और आपको recognize करता है.

फिंगरप्रिंट सेंसर के प्रकार

मुख्य रूप से fingerprint sensor तीन प्रकार के होते है.

 जिनके नाम है :-

  • 1 Optical Fingerprint Scanners
  • 2 Capacitive Fingerprint Scanners
  • 3 Ultrasonic Fingerprint Scanners

1 Optical Fingerprint Scanners :-

आप ने यह scanners आधार कार्ड केंद्र या अपने office  जैसी जगहों पर देखे होंगे. तो इनके काम करने के तरीके के बारे में जानते है. जब कभी आप इस scanners पर अपनी fingers रखते है तो वो scanners आपकी उंगलियो की अनेक फोटो लेता है. जिसमे वह light beams का इस्तेमाल करता है और आपकी उंगलियो से जब वह beams receiver  पर  जाती है तो एक image बनती है, जिसे वह स्टोर कर लेता है और जब आप अगली बार स्कैन करेंगे तो scanner आपकी पिछली फोटो के साथ जल्दी से match करके ही access देगा. पर यह scanner सुरक्षा के मामले में कही पीछे रह जाते है क्योकि यह आपकी ऊँगली के pattern की नही बल्कि उनकी photos match करता है. यहाँ पर एक इम्पोर्टेन्ट बात ये है कि अगर आपकी fingers के बजाये उस ऊँगली की photo राखी जाये तो संभावना है की वो आपको access  दे दे !

2 Capacitive Fingerprint Scanner  :-

तो अब बात करते है की यह Scanner काम कैसे करता है. तो जब आप अपने स्कैनर जो की ज्यादातर phones  के पीछे ही होता है, उस पर अपनी finger रखते है तो जो conductors ,sensor उसपर होते है. और ridges जब उनसे टच होते है तो वो active हो जाते है और डाटा को फ़ोन में भेज कर access प्रदान करते है. और यह लगभग सभी phones में होता है चाहे फिर वो apple, redmi, Samsung, realme और कोई भी हो. यह पहले वाले आप्शन से काफी सुरक्षित है.

इसके दो main एडवांटेज हैं. पहला की यह काम करता है electronic signals पर इसलिए इसकी speed काफी तेज होती है और दूसरा फ़ायदा यह की यह आपकी finger की images मैचिंग पर नहीं बल्कि उनकी electronics readings पर काम करता है और इसको images की मदद से नही खोला जा सकता. हम इसे काफी सुरक्षित मान सकते है.

3 Ultrasonic Fingerprint Scanners  :-

तो अब बात इस Scanner की ,इसमें हम लोग sound waves की मदद लेते है और जब हम सेंसर पर अपनी ऊँगली रखेंगे तब आपके scanner के नीचे एक device होता है, जिसे अल्ट्रासोनिक ट्रांसमीटर कहते हैं, जो आपकी ऊँगली पर sound waves transmit  छोड़ेगा जो की आपकी ऊँगली की ridges और valleys की मदद से image बनती है. अगर यह सही होती है तो आपको access मिल जाता है. वैसे तो ये बहुत अच्छी technology है पर ये slow है और नई भी है, पर इसकी स्पीड को improve किया जा रहा है. और इसे आगे भी इस्तेमाल किया जायेगा. 

Fingerprint scanning में latest technology :-

अब आप ये तो जानते हैं की इनफिनिटी डिस्प्ले के लिए फ़ोन में टच सेंसर पीछे चला गया है. इससे पहले ये आगे ही हुआ करता था. लेकिन अब एक ऐसी technology आ चुकी है जिसे देख कर लोगो को लगा ही नहीं की ये पॉसिबल भी है. क्योंकी ये तो कुछ अलग ही level था. अब हम बात कर रहे है, in display scanner के बारे में जो की अब phones में आने लगा है पर यह technology सिर्फ amoled display के साथ ही काम करती है.

उसका कारण ये है कि amoled display की खासियत होती है की, उसमे backlight feature नही होता है और यह transparent होती है. इसमें  Optical Fingerprint Scanner ही लगा होता है जो की डिस्प्ले के अन्दर से ही rays की मदद से इमेज बनाकर scan करता है और आपको access प्रदान करता है. जल्द ही ये Capacitive Fingerprint Scanner की तरह सभी phones में आने लगेगा !

उम्मीद करते हैं कि आपको आर्टिकल पसंद आया होगा. मिलेंगे आपसे अगली किसी दिलचस्प technology के साथ. तब तक के लिए टाटा.

2 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here