अभी तक आपने एक नॉर्मल इंटरनेट का नाम सुना होगा जो कि आप सब इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट को 3 पार्ट में डिवाइड किया जा सकता है. सरफेस वेब, डीप वेब और डार्क वेब. पर यह सब चीजें हैं क्या और इंटरनेट की दुनिया में इनका नाम अलग अलग क्यों है? इसका मतलब क्या है? क्या हमें यह सब करना चाहिए या नहीं? क्या इसका नुकसान हो सकता है और क्या फायदा? चलिए आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि क्या है ये सब कहानी?
हम सब रोज इंटरनेट सब करते हैं पर हम नहीं जानते कि यह सब आता कहां से है हम सबको लगता है कि… हां, यह कोई इंटरनेट है जो कि हमें अवेलेबल है और हम इसे बेफिक्र इस्तेमाल कर रहे हैं. पर इस सामान्य से इंटरनेट के दिखने के पीछे कुछ रहस्य छिपा हुआ है चलिए देखते हैं कि वह क्या है?

1. सरफेस वेब
सबसे पहले बात करते हैं कि सरफेस वेब की. यह वो इन्टरनेट का वो part है जो आप देख सकते हैं, नॉर्मल सर्च कर सकते हैं. उसे बोलते हैं सरफेस वेब. अगर आप इस आर्टिकल को भी पढ़ रहे हैं तो वह सरफेस पर है. जो भी आप सर्च करते हैं गूगल के थ्रू या किसी और सर्च इंजन के थ्रू और उस सर्च में जो भी देखता है वह सरफेस वेब है. क्योंकि यह वह कंटेंट है जिसे कंटेंट बनाने वाले चाहते हैं कि बाकी लोग देखें. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह इंटरनेट का केवल 4% है. अब आप सोच रहे होंगे कि 4 परसेंट अगर surface web है तो बाकी क्या है?

THE SURFACE WEB | |
कैसे access कर सकते हैं. | नार्मल सर्च इंजन से |
क्या है इसके अन्दर | सब इंडेक्स किये हुए पेज |
कितने पेज | करीब 2.5 बिलियन पेज |
इस्तेमाल | सोशल मीडिया, नार्मल पेजेज, पब्लिक साइट्स |
कौन है इसके user | कोई भी, इन्टरनेट के साथ |
क्या ब्राउज कर सकते हैं | आपकी सारी एक्टिविटी देखी जा सकती हैं. |
2. डीप वेब
इन्टरनेट के इस हिस्से को आप डायरेक्टली access नहीं कर सकते. यानी कि इंटरनेट की दुनिया का वह हिस्सा, फोटो, वीडियोस, टेक्स्ट, डाक्यूमेंट्स जिसे प्राइवेसी की वजह से लोग नहीं चाहते कि कोई देखें, डीप वेब में आता है. यह गूगल पर भी अवेलेबल नहीं है. एग्जांपल के तौर पर बताते हैं कि आपके जो भी आपके क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स, मेल, व्हाट्सएप चैट्स है वह सब कहीं ना कहीं किसी न किसी सर्वर पर stored है. पर आप इसे गूगल पर सर्च करने से नहीं देख पाते क्योंकि बैंक्स, गूगल या व्हाट्सएप नहीं चाहता कि उनके users का डाटा किसी और को दिखे और आप भी शायद नहीं चाहते कि आपका पर्सनल डाटा या डॉक्यूमेंट या आपको जो भी डाटा है वो गूगल पर सर्च करने से पब्लिकली सबको दिखे. डीप वेब इंटरनेट का डाटा हमेशा सिक्योर रहता है. यहाँ पर इंफॉर्मेशन, नेशनल सिक्योरिटी सर्विस, क्रिमिनल रिकार्ड्स, सेंसिटिव इनफार्मेशन स्टोर रहती है जो की usually encrypted फॉर्म में रहती है.

THE DEEP WEB | |
कैसे access कर सकते हैं. | पासवर्ड की सहायता से |
क्या है इसके अन्दर | जो पेज इंडेक्स नहीं हुए हैं. |
कितने पेज | काफी ज्यादा करीब सरफेस web से २० गुना ज्यादा |
इस्तेमाल | लीगल परपस, पासवर्ड प्रोटेक्टेड इनफार्मेशन, पुलिस रिकार्ड्स |
कौन है इसके user | जर्नलिस्ट, ख़ुफ़िया विभाग |
क्या ब्राउज कर सकते हैं | हाँ, अगर पासवर्ड या vpn है तो |
3. डार्क वेब
सबसे खतरनाक और hidden part है डार्क वेब. यह एक ऐसा एरिया है जो कंपलीटली इलीगल है. यहां तक कि आपको इसे सर्च करने पर जेल की हवा तक खानी पड़ सकती है और इसे आप नॉर्मल ब्राउज़र से एक्सेस नहीं कर सकते.

क्या होता है यहाँ?
क्राइम की दुनिया के छोटे से लेकर, बड़े से बड़े और अजीब तरह के शौक रखने वाले इस दुनिया में पाए जाते हैं. डार्क वेब पर किसी की फिरौती देना, अजीब तरह के शौक रखने वाले, फर्जी पासपोर्ट, फर्जी डिग्री बनवाना, इंसानी मांस खाने वाले और तो और ब्लैक मैजिक करने वाले लोग तक पाए जाते हैं. यहां से ड्रग्स का कारोबार भी होता है और आप शूटर्स तक को हायर कर सकते हैं.
कैसे access कर सकते हैं.
जैसा कि हमने बताया कि आप इसे नॉर्मल ब्राउज़र से access नहीं कर सकते और इनके यूआरएल हम लोगों की नार्मल यूआरएल की तरह नहीं होते इनके यूआरएल बहुत ही अजीब तरीके से जैसे कि कोई एंक्रिप्टेड स्ट्रिंग होती है उस तरह होता है और उसके end में एक्असटेंशन .onion होता है. उसके url का example है ये
http://zqktlwi4fecvo6ri.onion/
अगर आपको डार्क वेब एक्सेस करना है तो उसके लिए आपको एक अलग तरह का ब्राउज़र चाहिए होता है जिसे TOR ब्राउज़र कहते हैं. इसे onion ब्राउज़र भी बोलते हैं जिसके थ्रू आप डार्क web एक्सेस कर सकते हैं.

Access करे या न करे
हालांकि यहां पर हम आपको सलाह देंगे कि आप कभी एक्सेस ना करें. और बिना vpn यानि की वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के बिना तो बिलकुल नहीं. क्योंकि यह illegal है और आपके लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है और कई बार यह वेबसाइट बहुत ज्यादा वायलेंट होती है जिसे देखना कमजोर दिल वालों के लिए भारी पड़ सकता है. ऐसा भी कहा जाता है की विजिट करने वालों पर डार्क वेब की नजर रहती है और वे लोग आपको वापस ट्रैक कर सकते हैं और आप से फिरौती मांग सकते हैं या ब्लैकमेल भी कर सकते है. इसीलिए हम आपको सजेस्ट करेंगे यह जानकारी के लिए ही समझ ले और कभी access करने की कोशिश ना करें.
THE DARK WEB | |
कैसे access कर सकते हैं. | TOR browser की हेल्प से |
क्या है इसके अन्दर | डीपवेब का छिपा हुआ हिस्सा |
कितने पेज | डीप वेब का part, पर measure नहीं किया जा सकता |
इस्तेमाल | illigal एक्टिविटी, ड्रग्स, फिरौती, अजीब शौक |
कौन है इसके user | illegal एक्टिविटी के लोग, हैकर, शूटर |
क्या ब्राउज कर सकते हैं | हाँ, पर नहीं करना चाहिए |
उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपका कोई क्वेश्चन है तो आप कमेंट सेक्शन में हमें बता सकते हैं हम उसका आंसर देने का की पूरी कोशिश करेंगे. मिलेंगे अगले आर्टिकल में तब तक के लिए गुड बाय.
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