Artificial intelligence kya hai? Use and Advantage

    1
    737

    आजकल आपने मशीन लर्निंग, डाटा साइंस, इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  जैसे भारी भरकम वर्ड्स सुने होंगे. आर्टिफीसियल intelligence हमने अभी तक मूवीज में देखी है, उसे देख कर तो इतना समझ में आता है कि रोबोट्स दिमाग लगाना शुरू कर देंगे और हमे अपना गुलाम बना लेंगे. पर दोस्त, ऐसा नहीं है और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को sci-fi मूवीज तक सीमित नहीं किया जा सकता. तो क्या आप जानते है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है, और किस प्रकार आज की जनरेशन इसका उपयोग कर रही है ? तो चलिए जानते है इसके बारे में

    Artificial Intelligence Hindi me

    Artificial intelligence kya hai ?

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंप्यूटर साइंस की वह कड़ी है जिसमे उसका मुख्य कार्य intelligent machines यानी की बुद्धिमान मशीनों को बनाना जो की human जितनी smart हो और उसमे खुद की decision लेने की क्षमता हो। इसलिए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को कंप्यूटर साइंस का सबसे एडवांस रूप माना गया है।

    History of Artificial intelligence

    जॉन मैक्कार्थी (John McCarthy) को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का जनक(पिता) कहा जाता है क्योंकि सबसे पहले 1955 में ही इन्होने इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का नाम दिया था 

    आप जानते होंगे कि जैसे-जैसे कंप्यूटर की लोकप्रियता बढ़ती गयी वैसे-वैसे हमारा कंप्यूटर के साथ काम करना आसान होता गया।  फिर धीरे-धीरे इंसानो ने कंप्यूटर की क्षमताओं को इतना बढ़ा दिया (जैसे :- कंप्यूटर में storage capacity आदि) जिससे अब कंप्यूटर हम इंसानो से अधिक कुशल तरीके से काम करने में सक्षम है। 

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)के प्रकार:-

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चार प्रकार की होती है जिसमे :-

    1. Reactive Machine:-

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम का सबसे basic type है जो विशुद्ध रूप से reactive है, जो मेमोरी स्टोर नही करती है। ये मशीन बस जो देखती है उस पर रिएक्ट करती है।  डीप ब्लू, जो की IBM का शतरंज खेलने वाला सुपर कंप्यूटर था, जिसने 1990 के दशक के अंत में अंतराष्ट्रीय ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव (Garry Kasparov) को हराया था।  ये इसका सबसे बेहतर उदाहरण है।

    2. Limited Memory

    इस प्रकार की मशीनों में past की मेमोरी को सेव रखी जा सकती थी। सेल्फ ड्राइविंग कार इसका एक अच्छा उदाहरण है क्योंकि सेल्फ ड्राइविंग कारें अन्य कारों की गति और दिशा का analysis करती है। ये सब काम कुछ समय में नहीं हो सकता है , बल्कि इसे विशेष वस्तुओं की पहचान करने में और समय के साथ निगरानी करने की आवश्यकता होती है। और इसमें दुनिया की सेल्फ ड्राइविंग कारों के प्री-प्रोग्राम्ड algorithm जोड़े जाते है जैसे :- लेन मार्किंग, ट्रैफिक लाइट निर्देशन और ज़ेबरा लाइन जैसे महत्वपूर्ण element शामिल है।

    3. Principle of Brain

    इस प्रकार की मशीनों को लोगो की भावना, विचार, और सामाजिक रूप से बातचीत करने के लिए बनाया गया है।  इसे मस्तिष्क का सिद्धांत इसलिए कहा गया है क्योंकि इस मशीनों में इंसानो के जैसे दिमाग होता है जिससे वह लोगो की भाषा और विचारो को समझने में सक्षम है।

    4. Self Aware Intelligence

    यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का अंतिम चरण है जिसमे उसके पास खुद की चेतना, सोच-समझ और विचार की क्षमता है ,यह एक मानव की तरह होती है। लेकिन हम शायद ऐसी मशीने बनाने से दूर है , जो स्वयं जागरूक हो।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग

    आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत ही लोकप्रिय होता जा रहा है और ये टेक्नोलॉजी व बिज़नेस के क्षेत्रों में काफी चर्चा का विषय है, कई उद्योगपति और विशेषज्ञों मानते है की AI ही हमारा भविष्य है। हम अपने आस-पास बहुत से ऐसी चीजे देखते है जो किसी न किसी तरीके से AI से जुड़ी हुई है और हम इसका फायदा भी ले रहे है।

    Artificial intelligence application

    तो चलिए जानते है AI के कुछ उपयोग:-

    • AI मोबाइल में:- सीरी के बारे में आप जानते होंगे, अगर नही जानते है तो एप्पल आईफ़ोन यूजर तो जरूर जानते होंगे। सीरी एप्पल द्वारा बनाया गया सबसे लोकप्रिय वर्चुअल असिस्टेंट है। लेकिन ये केवल आईफोन और आईपैड में ही उपलब्ध है। सीरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)  का सबसे बेहतर उदाहरण है। यह वर्चुअल असिस्टेंट बोलने पर कमांड को स्वीकार करता है जैसे:- कोई फ़ोन कॉल करना, किसी एप्लीकेशन को ओपन करना आदि। ये इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि सीरी भाषा समझने के लिए मशीन लर्निंग भाषा का उपयोग करती है। सीरी की तरह ही एंड्राइड में Alexa और Google Assistant का उपयोग होता है।
    • AI कारों के क्षेत्रों में: –आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) केवल स्मार्टफोन में ही नहीं बल्कि ऑटोमोबाइल सेक्टर्स में भी उपयोग में ली जाती है। बहुत सी कार कम्पनियाँ ऐसी है जो AI टेक्नोलॉजी द्वारा अपनी कारों को स्वचालित कारों में परिवर्तित कर रही है, जिससे भविष्य में कारों का उपयोग करना सरल हो जाएगा। इसका सबसे अच्छा उदाहरण विश्व प्रसिद्ध कार कंपनी टेस्ला है जो अपनी कारों को सेल्फ ड्राइविंग बना रही है।
    • AI हेल्थकेयर क्षेत्र में: – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सबसे अधिक उपयोग हॉस्पिटल्स में होता है, क्योंकि इससे मरीज़ का बेहतर इलाज कम से कम कीमत पर हो सकता है। ऐसे ही एक बहुत प्रसिद्ध हेल्थ केयर टेक्नोलॉजी है जिसका नाम IBM Watson है, इसका उपयोग संभावित कैंसर के जोखिम और तंत्रिका सम्बंधित रोगों की पहचान करने में किया जाता है। इन सब मशीनों के इस्तेमाल से हेल्थ केयर सेक्टर में बहुत बड़ी बड़ी क्रांति आएगी।
    •  AI मैनुफैक्चर क्षेत्र में: –आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग आजकल मैनुफैक्चर क्षेत्र में भी होने लगा है क्योंकि पहले जहाँ प्रोडक्ट को बनाने से लेकर पैक करने तक सैकड़ों लोग लगते थे, वहां आज कुछ मशीनों की मदद से काम बहुत जल्दी और बेहतर तरीके से हो रहा है।
    • AI फिल्मों में: – आपने बहुत से ऐसी फिल्में देखी होगी जिसमे टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है। जिसमे रोबोट्स के द्वारा वो सारे काम किये जाते है जो एक आम इंसान करता है। इसके कुछ फिल्म उदाहरण जैसे रोबोट, टर्मिनेटर, द मैट्रिक्स, आयरन मैन, रा. वन आदि। 

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के Advantages: –

    1.  आसान उपलब्धता:- AI मशीनों में सबसे बड़ा यह लाभ होता है की उन्हें मनुष्यों की तरह बार-बार आराम करने की आवश्यकता नहीं होती है। मशीने घंटो तक बिना रुक काम को अच्छी तरह से कर सकते है, और वे आसानी से कही भी उपलब्ध हो जाती है।
    • गलतियों में कमी :- AI मशीनों में सटीकता बहुत बड़ा गुण है जो उसे सफल बनाती है। जो भी कार्य इसके द्वारा किये जाते है उसमे गलती की सम्भावना बहुत कम होती है। क्योंकि इस तरह की मशीनों में गलतियों को जल्दी पहचाने और उसमें सुधार करने की क्षमता होती है।
    • मल्टी टास्किंग:- AI एल्गोरिथम मल्टी टास्किंग करने में सक्षम होते है, यह एक समय में एक साथ बहुत सारे कार्य कर सकते है जिससे वो कार्य जल्दी खत्म हो जाते है। इनमे ये खासियत होती है की ये मनुष्य से तेज एक साथ बहुत कार्य कर सकते है।
    • डिजिटल सहायक:- आज कल आपने देखा होगा की किसी भी कंपनी के एप्लीकेशन में रोबोटिक कस्टमर केयर होता है, इसका उपयोग ऑनलाइन रूप से यूजर से बात करने के लिए होता है।  इससे कंपनी में कर्मचारियों का कम उपयोग होता है जिससे कंपनी में कम लागत आती है। 
    • सही निर्णय लेने में सक्षम:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मशीन के अंदर भावनाओं की कमी होने के कारण वो कुशल तरीके से काम करती है और वह कम समय में सटीक निर्णय लेने में सक्ष्म होती है। जिससे किसी कार्य में काम देरी से होने की जगह जल्दी हो जाता है।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के disadvantages

    1. गलत उपयोग:- वैसे तो यह टेक्नोलॉजी हमारे लिए बहुत फायदेमंद है परन्तु अगर यह किसी गलत तरीके से उपयोग की जाए जैसे आतंकवादी,नक्सलवाद आदि तो यह पूरे समाज के लिये समस्या का कारण बन सकती है ।
    2. खतरनाक/नुक्सानदायक:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मिल जाने के बाद मशीन खुद ही निर्णय ले सकेगी तो इंसानों पर निर्भरता खत्म हो जायेगी ऐसे में यह इंसानों के लिए नुकसानदेय भी हो सकती है । इसके साथ साथ ही इंसानो में और मशीनों में प्रतिस्पर्धा भी हो सकती है ।
    3. अनुभवहीन:- मनुष्य अपने प्रदर्शन को आगे और बढ़ाने के लिए अनुभव का सहारा लेता है , लेकिन दूसरी तरफ मशीनों में अनुभव करने की विशेषता नहीं होती है और न ही मशीने अपने आप को वातावरण के हिसाब से क्रियाशील नहीं बना सकती है ।
    4. उच्च लागत:- जैसे-जैसे AI में हर दिन अपडेट हो रहा है नयी जरूरतों को पूरा करने में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को भी अपडेट करना पड़ता है , इसके साथ मशीनों की भी मरम्मत और रख रखाव भी करना पड़ता है इन सब कामों में बहुत ज्यादा लागत आती है।
    5. मनुष्य को आलसी बनाना:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रयोग के साथ साथ मनुष्य धीरे धीरे आलसी बनता जा रहा है, चूँकि कार्य मशीनों द्वारा जल्दी पूरे हो जाते है इसलिए मनुष्य अब इन मशीनों का आदी हो गया है, जो की आने वाली पीढ़ी के लिए समस्या का कारण बन सकती है।  

    अंत में

    आपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में, उसके प्रकारो, इसके उपयोग और इसके लाभ-हानि को जाना। हर अविष्कार के दो पहलु होते है लाभदायक और नुकसानदायक । लेकिन हमे ये ध्यान रखना चाहिए कि अविष्कार मनुष्यों की सुविधाओं के लिए किये जाते है तो हमें भी इसका सही से उपयोग करना चाहिए ताकि हमें और हमारे समाज को किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। कुछ लोगो का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मानव सभ्यता को नष्ट कर देगी लेकिन ऐसा कुछ भी नही है वे गलत है क्योंकि जिस पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग किये गये है उनमें से कोई भी मानव सभ्यता को नष्ट नहीं कर सकते है ।

    उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा. अगर आप चाहते हैं कि मै आपके सुझाये हुए किसी टॉपिक पर लिखू तो आप कमेंट सेक्शन में सुझाव दे सकते हैं. इस आर्टिकल के बारे में कुछ doubts या suggestions हो तो जरुर बताइए.


    और हाँ, आपके पास भी है कोई जबरदस्त टेक्नोलॉजी से रिलेटेड मसाला और आपको है लिखने में जरा सा भी इंटरेस्ट तो आप हमे अपने आर्टिकल्स aryan.yudi@gmail.com पर भेज सकते हैं. हम पब्लिश करेंगे अपनी वेबसाइट पर. और आपको ये आर्टिकल अपने दोस्तों के साथ whatsapp या किसी भी सोशल मीडिया पर शेयर करना हो तो आप नीचे दिए गए icons से कर सकते हैं.

    1 COMMENT

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here